What Is Lok Janpal Bill??
What Is Lok Janpal Bill??
What Is Lok Janpal Bill??
Lokpal & Lokayukta will have to enquire into and hear every complaint.There
is so much corruption within CBI and vigilance departments. Their functioning
is sosecret that it encourages corruption within these agencies.All
investigations in Lokpal & Lokayukta shall be transparent. After completion of
investigation,all case records shall be open to public. Complaint against any
staff of Lokpal & Lokayuktashall be enquired and punishment announced
within two months.Weak and corrupt people are appointed as heads of anti-
corruption agencies.Politicians will have absolutely no say in selections of
Chairperson and members of Lokpal &Lokayukta. Selections will take place
through a transparent and public participatory process.Citizens face
harassment in government offices. Sometimes they are forced to pay bribes.
Onecan only complaint to senior officers. No action is taken on complaints
because senior officersalso get their cut.Lokpal & Lokayukta will get public
grievances resolved in time bound manner, impose apenalty of Rs 250 per
day of delay to be deducted from the salary of guilty officer and award
thatamount as compensation to the aggrieved citizen.Nothing in law to
recover ill gotten wealth. A corrupt person can come out of jail and enjoy
thatmoney.Loss caused to the government due to corruption will be recovered
from all accused.Small punishment for corruption- Punishment for corruption
is minimum 6 months andmaximum 7 years.Enhanced punishment - The
punishment would be minimum 5 years andMaximum of life imprisonment.
जनलोकपाल िवधेयक को लेकर सरकार और अना हजारे के बीच रात को हुए समझौते के बाद अना हजारे
ने अपना आमरण अनशन तोड िदया है. अना ने पहले उन लोगो का अनशन तुडवाया िजनहोने उनके साथ
वरत रखा था और उसके बाद अपना अनशन तोडा.
अना ने एक छोटी बचचो के हाथो पानी पीकर अपना अनशन तोडा. लोगो को संबोिधत करते हुए अना ने
कहा, "ये मेरी नही आप सबकी जीत है.इस आंदोलन मे युवा शिकत का शािमल होना उममीद की िकरण है.
अब हमारी िजममेदारी बढ गई, हमे लोकपाल िबल का मसौदा तैयार करना है ये पहली चुनौती है. दूसरा
संघषर है मसौदा बनने के बाद मंितमंडल इसे मंजूर करे. तीसरा संघषर है लोक सभा मे मंजूर करवाना. सता
का िवकेदीकरण की माग हमारा एक और लकय है."
ये मेरी नही आप सबकी जीत है.इस आंदोलन मे युवा शिकत का शािमल होना उममीद की िकरण है. अब
हमारी िजममेदारी बढ गई, हमे लोकपाल िबल का मसौदा तैयार करना है ये पहली चुनौती है. दूसरा संघषर है
मसौदा बनने के बाद मंितमंडल इसे मंजूर करे. तीसरा संघषर है लोक सभा मे मंजूर करवाना. सता का
िवकेदीकरण की माग हमारा एक और लकय है.
अना हजारे
सरकार ने िवधेयक से संबिं धत सिमित गिठत करने को लेकर अिधसूचना भी जारी कर दी है. जंतर मंतर
पर अिधसूचना की एक कॉपी लोगो को िदखाई.
अनशन तोडने के मौके पर िदलली के जंतर मंतर पर िकरण बेदी, अरिवंद केजरीवाल, मेधा पाटकर और
सवामी अिगनवेश समेत सैकडो लोग मौजूद थे.िजन लोगो ने अना के साथ अनशन िकया था उनके साथ
अलग से तीन बजे बैठक की जाएगी.
भषाचार के िखलाफ सख्त लोकपाल िवधेयक की माग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे विरष गाधीवादी
अना हजारे और केद सरकार के बीच जारी गितरोध शुकवार रात खतम हुआ था.
अना ने शुकवार रात को घोषणा की थी िक वे शिनवार सुबह अपना अनशन समापत कर देगे. हालािक
उनका कहना था िक सरकार के आदेश की कॉपी देखने के बाद ही वे ऐसा करेगे. अनशन तोडने की खबर
के िमलते ही जंतर-मंतर मे जमा लोगो मे खुशी की लहर दौड गई.
इस अवसर पर सवामी अिगनवेश ने कहा, "लोगो ने एकजुटता का पिरचय िदया है. इस जीत का सारा शेय
लोगो को जाता है. लेिकन लडाई खतम नही हुई है बिलक शुर हुई है. सरकारी अिधसूचना तो कागज का
टुकडा है इसमे अपने संघषर से जान डालनी पडेगी."अना हजारे मंगलवार को आमरण अनशन पर गए थे.
समझौता
समझौते के अनुसार नए लोकपाल िबल का मसौदा तैयार करने के िलए सरकार 10 सदसयीय संयुकत
सिमित बनाएगी. इसमे पाच लोग नागिरक समाज के पितिनिध होगे और पाच लोग सरकार की तरफ से
होगे. चेयरमैन का पद सरकार के पास रहेगा तो वाइस चेयरमैन नागिरक समाज का होगा.
सरकार की तरफ से पणब मुखजी, मानव संसाधन मंती किपल िसबबल, कानून मंती वीरपपा मोईली, गृह
मंती पी िचदंबरम और जल संसाधन मंती सलमान खुशीद शािमल है.
आंदोलनकािरयो की तरफ से खुद अना हजारे के अलावा अरिवंद केजरीवाल, कनाटक के लोकायुकत
जिसटस संतोष हेगडे, सुपीम कोटर के विरष वकील पशात भूषण और पूवर केदीय कानून मंती शाित भूषण
शािमल होगे.शाित भूषण संयुकत सिमित के सह अधयक भी होगे.
जलद है संयुकत सिमित की बैठक होगी और उममीद है िक सरकार संसद के मॉनसून सत मे इस िबल को
संसद मे पेश करेगी.
'लोकतंत की जीत'
जनलोकपाल िवधेयक पर सिमित
इस समझौते मे सरकार की ओर से सबसे अहम भूिमका िनभाने वाले केदीय मानव संसाधन मंती किपल
िसबबल ने अपनी पितिकया देते हुए कहा िक ये भारत के लोकतंत की ताकत को दशाता है.
िसबबल ने कहा, '' मुदा ये नही है िक िकसकी जीत और िकसकी हार हईु है. इससे पता चलता है िक
भषाचार की लडाई मे पूरा देश एक साथ है''.
उनहोने बताया िक कोिशश होगी िक 30 जून तक मसौदा तैयार करने का काम खतम कर िलया जाएगा.
इस अिभयान मे अना के करीबी सहयोगी रहे पूवर केदीय कानून मंती और शाित भूषण ने कहा िक लोकतंत
मे िकतनी शिकत होती है ये अना हजारे और उनके समथरको ने सािबत कर िदया है.
उनहोने कहा,''77 के बाद से ये पहली इतनी बडी जीत है. अगर जनता अपनी शिकत पहचान ले और
शाितपूणर तरीके से अपनी बात रखे तो सरकार को झुकना ही पडेगा."
इस नतीजे तक पहंुचने से पहले शुकवार िदन भर बैठको और बातचीत का दौर चलता रहा.सुबह मे दोनो
पको के बीच बातचीत नही हुई थी. दोपहर तक गितरोध जारी रहा, लेिकन शाम होते होते खबरे आने लगी
िक सरकार आंदोलनकािरयो की जयादातर मागे मानने को राजी हो गई. देर रात समझौते की पुिष हुई.