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भारत की जनगणना २०११

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२०११ की भारतीय जनगणना
आम जानकारी
उत्तर प्रदेश (१९,९८,१२,३४१)
सिक्किम (६,१०,५७७)
भारत की जनगणना २०११, सिक्किम

भारत की जनगणना २०११, जनगणना आयुक्त सी. चंद्रमौली द्वारा राष्ट्र को समर्पित भारत की १५वीं राष्ट्रीय जनगणना है, जो १ मई २०१० को आरम्भ हुई थी। भारत में जनगणना १८७२ से की जाती रही है और यह पहली बार है जब बायोमेट्रिक जानकारी एकत्रित की गई। जनगणना को दो चरणों में पूरा किया गया। अंतिम जारी प्रतिवेदन के अनुसार, भारत की जनसंख्या २००१-२०११ दशक के दौरान १८,१४,५५,९८६ से बढ़कर १,२१,०८,५४,९७७ हो गई है और,[1] भारत ने जनसंख्या के मामले में अपने दूसरे स्थान को बनाए रखा है। इस दौरान देश की साक्षरता दर भी ६४.८३% से बढ़कर ६९.३% हो गई है।भारतीय संविधान की धारा २४६ के अनुसार देश की जनगणना कराने का दायित्व सरकार को सौंपा गया है या संविधान की सातवीं अनुसूची की क्रम संख्या ६९ पर अंकित है जनगणना संगठन केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन कार्य करता है जिसका उच्चतम अधिकारी भारत का महापंजीयक एवं जनगणना आयुक्त होता है यह देश भर में जनगणना संबंधी कार्यों को निर्देशित करता है तथा जनगणना के आंकड़ों को जारी करता है वर्तमान में भारत के महापंजीयक एवं जनगणना आयुक्त डॉक्टर शिव चंद्र मौली है इन से पूर्व इस पद पर देवेंद्र कुमार सिकरी (२००४ से २००९)तक थे २०११ ईस्वी की जनगणना यानी १५वी जनगणना स्वतंत्र भारत की सातवीं जनगणना की शुरुआत महापंजीयक एवं जनगणना आयुक्त के द्वारा १ अप्रैल २०१० इसमें से हुई है सितंबर २०१० ईस्वी को केंद्रीय मंत्रिमंडल जाति आधारित जनगणना (१९३१ ईस्वी के बाद पहली बार) की स्वीकृति प्रदान की जो अलग से जून २०११ से सितंबर २०११ ईस्वी के बीच संपन्न हुई थी जनगणना २०११ ईसवी का शुभंकर प्रगणक शिक्षिका थी था इस का आदर्श वाक्य- हमारी जनगणना हमारा भविष्य।

कार्यक्षेत्र और प्रक्रिया

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२०११ की जनगणना के लिए कुल २७ लाख अधिकारियों ने ७,००० नगरों/कस्बों और ६,००,००० गाँवों के परिवारों के यहाँ पधार कर आँकड़े जुटाए जिसमें लोगों को लिंग, धर्म, शिक्षा-स्तर और व्यवसाय इत्यादि में वर्गीकृत किया गया। इस काम में कुल २२ अरब रुपए खर्च किए गए। प्रति दस वर्षों में होनी वाली इस जनगणना में देश के विशाल आकार और सांस्कृतिक विविधता के अतिरिक्त भी बहुत सी चुनौतियाँ भी होती हैं।

सामाजिक-आर्थिक एवं जाति आधारित जनगणना (एसईसीसी) २०११

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जनगणना में किसी व्यक्ति की जाति से संबंधित सूचना का समावेश, सत्तारूढ़ गठबंधन के कई बड़े नेताओं जैसे कि लालू प्रसाद यादव, शरद यादव, मुलायम सिंह यादव और मायावती जैसे नेताओं की जोरदार मांग पर किया गया। इसी मांग का समर्थन विपक्षी पार्टियों जैसे कि भारतीय जनता पार्टी, अकाली दल, शिवसेना और ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम[2] दलों द्वारा भी किया गया। जाति संबंधी सूचना का समावेश पिछली बार ब्रिटिश राज के दौरान हुई १९३१ की जनगणना में किया गया था। शुरुआती जनगणनाओं के दौरान, लोग अक्सर समाज में खुद को ऊँचे तबके का दिखाने के लिए अपनी जाति को बढ़ा चढ़ा कर पेश किया करते थे, पर इस बार लगता है कि लोग सरकारी लाभ पाने के उम्मीद में अपनी जाति को निम्न बताने की चेष्टा करें।[3]

स्वतंत्र भारत में जाति-गणना का सिर्फ एक उदाहरण मिलता है। केरल में १९६८ में ई.एम.एस. नंबूदिरीपाद की कम्युनिस्ट सरकार के द्वारा विभिन्न निचली जातियों के सामाजिक और आर्थिक पिछड़ेपन के आकलन के लिए जाति-गणना की गयी थी। इस जनगणना को १९६८ का सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण कहा गया था और इसके परिणाम केरल के १९७१ के राजपत्र में प्रकाशित किए गए थे।[4]

इस जनगणना में तीन प्रश्नावलियाँ थीं, मकानसूचीकरण, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर और परिवार-इकाईयाँ।

मकानसूचीकरण अनुसूची

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मकानसूचीकरण अनुसूची में ३५ प्रश्न थे।[5]

भवन संख्या
जनगणना मकान नम्बर
जनगणना मकान के फर्श, दीवार और छत में प्रयुक्त प्रमुख सामग्री
जनगणना मकान के उपयोग का पता लगायें
जनगणना मकान की हालत
परिवार क्रमांक
इस परिवार में सामान्यत: रहने वाले व्यक्तियों की कुल संख्या
परिवार के मुखिया का नाम
मुखिया का लिंग
जाति (अ.जा., अ.ज.जा. या अन्य)
इस मकान के स्वामित्व की स्थिति
इस परिवार के पास रहने के लिये उपलब्ध कमरों की संख्या
इस परिवार में रहने वाले विवाहित दम्पत्तियों की संख्या
पेयजल का मुख्य स्रोत
पेयजल की उपलब्धता का स्रोत
प्रकाश का मुख्य स्रोत
परिसर के अन्दर शौचालय
शौचालय सुविधा का प्रकार
गन्दे पानी की निकासी किससे जुड़ी हुई है
परिसर के अन्दर स्नान सुविधा की उपलब्धता
रसोईघर की उपलब्धता
खाना पकाने के लिये प्रयुक्त ईंधन
रेडियो/ट्रांजिस्टर
टेलीविजन
कम्प्यूटर/लैपटॉप
टेलीफोन/मोबाइल फोन
साइकिल
स्कूटर/मोटर साइकिल/मोपेड
कार/जीप/वैन
बैंकिंग सेवा का उपयोग कर रहे हैं

परिवार अनुसूची

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परिवार अनुसूची में २९ प्रश्न हैं।[6][7]

व्यक्ति का नाम
मुखिया से संबंध
लिंग
जन्म तिथि और आयु
वर्तमान वैवाहिक स्थिति
विवाह के समय आयु
धर्म
अनुसूचित जाति (अ.जा.)/अनुसूचित जनजाति (अ.ज.जा.)
नि:शक्तता
मातृभाषा
अन्य भाषाओं का ज्ञान
साक्षरता की स्थिति
शिक्षा ग्रहण की स्थिति
प्राप्त शिक्षा का उच्चतम स्तर
गत वर्ष किसी भी समय कोई कामकाज किया
आर्थिक कार्यकलाप की श्रेणी
व्यवसाय
उद्योग, व्यापार अथवा सेवा का स्वरूप
कर्मी का वर्ग
गैर आर्थिक कार्यकलाप
काम की खोज में अथवा काम के लिए उपलब्ध
कार्यस्थल तक की यात्रा
जन्म स्थान
पूर्व निवास स्थान
स्थान परिवर्तन का कारण
स्थान परिवर्तन के बाद इस गांव/नगर में निवास की अवधि
जीवित बच्चे
कभी भी पैदा हुए बच्चे
गत एक वर्ष के दौरान जीवित पैदा हुए बच्चों की संख्या

जनगणना रिपोर्ट

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जनसंख्यकी से अनंतिम आंकड़ों को ३१ मार्च २०११ को जारी किया गया। सम्पूर्ण रिपोर्ट के वर्ष २०१२ में जारी किये जाने की उम्मीद है।[8] जनसंख्या का कुल लिंग अनुपात २०११ में प्रत्येक १,००० पुरुषों के लिए ९४४ महिलाओं की है।[9] भारत में ट्रांसजेंडर(तीसरे लिंग) की आधिकारिक संख्या ४.९ लाख है। छह सबसे अधिक आबादी वाले उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश में आधी से अधिक आबादी निवास करती है। १.२१ अरब भारतीयों में से ८३३ मिलियन (६८.८४%) ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं जबकि ३७७ मिलियन शहरी क्षेत्रों में रहते हैं। भारत में ४५३.६ मिलियन लोग प्रवासी हैं, जो कुल आबादी का ३७.८% है। भारत हिंदू, इस्लाम धर्म, बौद्ध धर्म, सिख धर्म और जैन धर्म जैसे प्रमुख विश्वास प्रणालियों की मातृभूमि है, जबकि कई स्वदेशी धर्मों और आदिवासी धर्मों के घर भी हैं जो सदियों से प्रमुख धर्मों के प्रभाव से बच गए हैं। २०११ की जनगणना के अनुसार, भारत में कुल परिवारों की संख्या २४.४ करोड़ का है, जिनमें २०.२४ करोड़ हिंदू हैं, ३.१२ करोड़ मुसलमान हैं, ६.३ करोड़ ईसाई हैं, ४.१ करोड़ सिख हैं और १.९ करोड़ जैन हैं।[10][11] २०११ की जनगणना के अनुसार, भारत में लगभग ३०.१ लाख पूजा स्थल हैं।[12]

जनसंख्या कुल १,२१०,८५४,९७७
पुरुष ६२,३२,७०,२५८
महिलायें ५८,७५,८४,७१९
साक्षरता कुल ७४.०४%
पुरुष ८२.१४%
महिलायें ६५.४६%
जनसंख्या घनत्व प्रति वर्ग किमी ३८२
लिंगानुपात प्रति १००० पुरुषों पर ९४३ महिलायें

हिन्दुओं की जनसंख्या ७९.८% (९६.८ करोड़) है।[13] मुसलमानों की जनसंख्या १४.२% है (जनगणना के अनुसार १७.२ करोड़) जो की पिछले दसक ११% थी।[14][15] अगस्त २०११ में भारत की जनगणना के आंकड़ों को जारी किया गया था।[16] इसमें पता चला है कि २,८७०,००० लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया में कोई धर्म नहीं बताया,[17] देश की जनसंख्या का लगभग 0.२७%। हालांकि, संख्या में नास्तिक, तर्कसंगतवाद और उन लोगों को शामिल किया गया जो उच्च शक्ति में विश्वास करते थे। "अन्य" विकल्प नाबालिग या आदिवासी धर्मों के साथ-साथ नास्तिक और अज्ञेयवाद के लिए भी था।

भारत में प्रमुख धार्मिक समूहों के लिए जनसंख्या का रुझान(१९५१–२०११)
धार्मिक
समूह
जनसंख्या
% १९५१
जनसंख्या
% १९६१
जनसंख्या
% १९७१
जनसंख्या
% १९८१
जनसंख्या
% १९९१
जनसंख्या
% २००१
जनसंख्या
% २०११[18]
हिन्दू धर्म 84.1% 83.45% 82.73% 82.30% ८१.५३% ८०.४६% 79.80%
इस्लाम ९.८% १०.६९% ११.२१% 11.75% १२.६१% 13.43% 14.23%
ईसाई धर्म 2.3% 2.44% 2.60% 2.44% २.३२% 2.34% 2.30%
सिख धर्म 1.79% 1.79% 1.89% 1.92% १.९४% 1.87% 1.72%
बौद्ध धर्म 0.74% 0.74% 0.70% 0.70% ०.७७% 0.77% 0.70%
जैन धर्म 0.46% 0.46% 0.48% 0.47% ०.४०% 0.41% 0.37%
पारसी धर्म 0.13% 0.09% 0.09% 0.09% ०.०८% 0.06% n/a
अन्य धर्म / कोई धर्म नहीं ०.८% 0.8% 0.41% 0.42% ०.४४% 0.8% 0.9%

राज्यानुसार जनगणना रिपोर्ट

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क्रमांक केंद्र शासित प्रदेश /
राज्य का नाम
टाइप कुल जनसंख्या
कुल जनसंख्या का प्रतिशत (%)
पुरुष महिलाएं
1 अंडमान और निकोबार द्वीप समूह केंद्र शासित प्रदेश 379967 0.03 202330 177614
आंध्र प्रदेश राज्य 84665533 7.00 42509881 42155652
3 अरुणाचल प्रदेश राज्य 1382611 0.11 720232 662379
4 असम राज्य 31169272 2.68 15954927 15214345
5 बिहार राज्य 104,099,452 8.60 54278157 49821295
6 चंडीगढ़ केंद्र शासित प्रदेश 1054686 0.09 580282 474404
7 छत्तीसगढ़ राज्य 25540196 2.11 12827915 12712281
8 दादरा और नगर ​​हवेली केंद्र शासित प्रदेश 342853 0.03 193178 149675
9 दमन और दीव केंद्र शासित प्रदेश 242911 0.02 150100 92811
10 दिल्ली केंद्र शासित प्रदेश 16753235 1.67 8976410 7776825
11 गोवा राज्य 1457723 0.12 740711 717012
12 गुजरात राज्य 60383628 4.99 31482282 28901346
13 हरियाणा राज्य 25353081 2.09 13505130 11847951
14 हिमाचल प्रदेश राज्य 6856509 0.57 3473892 3382617
15 जम्मू और कश्मीर केंद्र शासित राज्य 12548926 1.04 6665561 5883365
16 झारखंड राज्य 32966238 2.72 16931688 16034550
17 कर्नाटक राज्य 61130704 5.05 31057742 30072962
18 केरल राज्य 33387677 4.9 16021290 17366387
19 लक्षद्वीप केंद्र शासित प्रदेश 64429 0.01 33106 31323
20 [[मध्य प्रदे

श]]

राज्य 72597565 6.00 37612920 34984645
21 महाराष्ट्र राज्य 112,372,972 9.29 58361397 54011575
22 मणिपुर राज्य 2721756 0.22 1369764 1351992
23 मेघालय राज्य 2964007 0.24 1492668 1471339
24 मिजोरम राज्य 1091014 0.09 552339 538675
25 नागालैंड राज्य 1980602 0.16 1025707 954895
26 उड़ीसा राज्य 41947358 3.47 21201678 20745680
27 पांडिचेरी केंद्र शासित प्रदेश 1244464 0.10 610485 633979
28 पंजाब राज्य 27704236 2.29 14634819 13069417
29 राजस्थान राज्य 68621012 5.67 35620086 33000926
30 सिक्किम राज्य 607688 0.05 321661 286027
31 तमिलनाडु राज्य 72138958 5.96 36158871 35980087
32 त्रिपुरा राज्य 3671032 0.30 1871867 1799165
33 उत्तराखंड राज्य 10116752 0.84 5154178 4962574
34 उत्तर प्रदेश राज्य 1,99,581,477 16.49 104,596,415 94985062
35 पश्चिम बंगाल राज्य 91347736 7.55 46927389 44420347
' कुल ' 1,21,04,88,237 '100 ' 623817058 586671179

भाषा जनसांख्यिकी

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हिंदी भारत के उत्तरी हिस्सों में सबसे व्यापक बोली जाने वाली भाषा है।[19] भारतीय जनगणना "हिंदी" की व्यापक विविधता के रूप में "हिंदी" की व्यापक संभव परिभाषा लेती है।[20][21] 2011 की जनगणना के अनुसार, 57.1% भारतीय आबादी हिंदी को जानती है[22] जिसमें 43.63% भारतीय लोगों ने हिंदी को अपनी मूल भाषा या मातृभाषा घोषित कर दिया है।[23][24][25] भाषा डेटा 26 जून 2018 को जारी किया गया था।[26] भिली / भिलोदी 1.04 करोड़ वक्ताओं के साथ सबसे ज्यादा बोली जाने वाली अनुसूचित भाषा थी, इसके बाद गोंडी 29 लाख वक्ताओं के साथ थीं। 2011 की जनगणना में भारत की आबादी का 96.71% 22 अनुसूचित भाषाओं में से एक अपनी मातृभाषा के रूप में बोलता है। द्विभाषीवाद और त्रिभाषीवाद पर 2011 की जनगणना रिपोर्ट, जो प्राथमिकता के क्रम में दो भाषाओं पर डेटा प्रदान करती है जिसमें एक व्यक्ति मातृभाषा के अलावा अन्य में कुशल है, सितंबर 2018 में जारी किया गया था।[27][28][29] भारत में द्विभाषी वक्ताओं की संख्या 31.49 करोड़ है, जो २०११ में जनसंख्या का 26% है।[30] भारतीय आबादी का 7% त्रिभाषी है।[31][32] हिंदी, बंगाली वक्ता भारत के सबसे कम बहुभाषी समूह हैं।[33]

First, Second, and Third languages by number of speakers in India (2011 Census)
भाषा प्रथम भाषा
भाषी
[34]
प्रथम भाषा भाषी
कुल जनसंख्या के प्रतिशत के रूप में

of total population

Second language
speakers
(in करोड़)
Third language
speakers
(in करोड़)
Total speakers (in करोड़)[22][35] Total speakers as a

percentage of total

population

हिंदी 52,83,47,193 43.63 13.9 2.4 69.2 57.10
अंग्रेज़ी 2,59,678 0.02 8.3 4.6 12.9 10.60
बंगाली 9,72,37,669 8.30 0.9 0.1 10.7 8.90
मराठी 8,30,26,680 7.09 1.3 0.3 9.9 8.20
तेलुगू 8,11,27,740 6.93 1.2 0.1 9.5 7.80
तमिल 6,90,26,881 5.89 0.7 0.1 7.7 6.30
गुजराती 5,54,92,554 4.74 0.4 0.1 6.0 5.00
उर्दू 5,07,72,631 4.34 1.1 0.1 6.3 5.20
कन्नड़ 4,37,06,512 3.73 1.4 0.1 5.9 4.94
ओड़िया 3,75,21,324 3.20 0.5 319,525 4.3 3.56
मलयालम 3,48,38,819 2.97 499,188 195,885 33,761,465 3.28
पंजाबी 3,31,24,726 2.83 3,272,151 319,525 36,609,122 3.56
संस्कृत 24,821 <0.01 1,234,931 3,742,223 4,991,289 0.49

इन्हें भी देखें

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सन्दर्भ

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  1. "भारत की १५वीं जनगणना की मुख्य बातें". मूल से 9 मई 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 मई 2019.
  2. "Demand for caste census rocks Lok Sabha". मूल से 15 मई 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5 अप्रैल 2011.
  3. "India to conduct first record of nation's caste system since days of the Raj". मूल से 28 मई 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5 अप्रैल 2011.
  4. केरल सरकार 1971: अनुच्छेद XVIII
  5. "भारत की जनगणना 2011; मकानसूचीकरण एवं मकान गणना अनुसूची" (PDF). मूल से 4 मार्च 2011 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि 22 जनवरी 2011. नामालूम प्राचल |प्रकाशक= की उपेक्षा की गयी (मदद)
  6. "भारत की जनगणना 2011; परिवार अनुसूची -साइड A" (PDF). मूल से 4 मार्च 2011 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि 4 अप्रैल 2011. नामालूम प्राचल |प्रकाशक= की उपेक्षा की गयी (मदद); नामालूम प्राचल |accessdaha ye kahna te= की उपेक्षा की गयी (मदद)
  7. "भारत की जनगणना 2011; परिवार अनुसूची -साइड B" (PDF). मूल से 7 अक्तूबर 2011 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि 22 जनवरी 2011. नामालूम प्राचल |प्रकाशक= की उपेक्षा की गयी (मदद)
  8. "Final census figures to be released in 2012". Times of India. 1 अप्रैल 2011. मूल से 28 अक्तूबर 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 4 अप्रैल 2011.
  9. "Sex ratio worsens in small families, improves with 3 or more children". मूल से 1 अगस्त 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 अप्रैल 2018.
  10. "248.8 Million Households Across India; 202 mn Hindus, 31 mn Muslims".
  11. "Indian Muslim Family Size Shrinking Rapidly: Census Report".
  12. "India has more places of worship than schools or colleges".
  13. "India's religions by numbers". मूल से 10 जनवरी 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 अक्तूबर 2017.
  14. "Hindus 79.8%, Muslims 14.2% of population: census data". मूल से 10 जनवरी 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 22 मार्च 2017.
  15. Abantika Ghosh , Vijaita Singh (24 January 2015). "Census 2011: Muslims record decadal growth of 24.6 pc, Hindus 16.8 pc". Indian Express. Indian Express. मूल से 28 जुलाई 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2015-01-27.
  16. "हिंदू-मुस्लिम आबादी की पेचीदगी को समझें". मूल से 24 अगस्त 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 23 अगस्त 2018.
  17. "Indian rationalism, Charvaka to Narendra Dabholkar". मूल से 22 अगस्त 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 22 अगस्त 2018.
  18. "Population by religious community – 2011". 2011 Census of India. Office of the Registrar General & Census Commissioner. मूल से 25 August 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 25 August 2015.
  19. "Hindi the first choice of people in only 12 States". मूल से 6 जून 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 13 जून 2019.
  20. "India census results 2011" (PDF). मूल से 27 जून 2018 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि 27 जून 2018.
  21. "Surging Hindi, shrinking South Indian languages: Nine charts that explain the 2011 language census". मूल से 21 जुलाई 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5 जुलाई 2018.
  22. "How languages intersect in India". Hindustan Times. मूल से 22 नवंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 नवंबर 2018.
  23. "Hindi mother tongue of 44% in India, Bangla second most spoken". मूल से 20 जुलाई 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 जून 2018.
  24. "What India speaks: South Indian languages are growing, but not as fast as Hindi". मूल से 16 फ़रवरी 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जून 2018.
  25. "Only 12% Hindi speakers bilingual: Census". मूल से 13 नवंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 13 नवंबर 2018.
  26. "भारत में सबसे ज्यादा बोले जानी वाली मातृभाषा में हिंदी नंबर वन, संस्कृत की स्थिति खराब". मूल से 27 जून 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 जून 2018.
  27. "C-17 POPULATION BY BILINGUALISM AND TRILINGUALISM". मूल से 4 अक्तूबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 4 अक्तूबर 2018.
  28. "After mother tongue, city more proficient in English". मूल से 4 अक्तूबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 4 अक्तूबर 2018.
  29. "C-18 POPULATION BY BILINGUALISM, TRILINGUALISM, AGE AND SEX" (PDF). मूल (PDF) से 21 दिसंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 4 अक्तूबर 2018.
  30. "Hindi migrants speaking Marathi rise to 60 lakh". मूल से 5 अक्तूबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 4 अक्तूबर 2018.
  31. "52% of India's urban youth are now bilingual, 18% speak three languages". मूल से 8 नवंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 नवंबर 2018.
  32. "भारत का 52 फीसदी शहरी युवा बोलता है एक से ज्यादा भाषा, 18 फीसदी को आती हैं तीन भाषाएं". मूल से 8 नवंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 नवंबर 2018.
  33. "Hindi, Bengali speakers India's least multilingual groups". मूल से 14 नवंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 नवंबर 2018.
  34. ORGI. "Census of India: Comparative speaker's strength of Scheduled Languages-1951, 1961, 1971, 1981, 1991 ,2001 and 2011" (PDF). मूल से 27 जून 2018 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि 27 जून 2018.
  35. "How many Indians can you talk to?". मूल से 22 नवंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 नवंबर 2018.

बाहरी कड़ियाँ

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