मिलेवा मेरिक
मिलेवा मेरिक | |
---|---|
Mileva Marić 1896 | |
जन्म |
19 दिसम्बर 1875 Titel, Austro-Hungarian Empire |
मौत |
अगस्त 4, 1948 Zurich, Switzerland | (उम्र 72 वर्ष)
समाधि | Friedhof Nordheim, Zurich, Switzerland |
जाति | Serbian |
शिक्षा की जगह | Eidgenössisches Polytechnikum today Eidgenössische Technische Hochschule (ETH) Zurich, Switzerland |
धर्म | Serbian Orthodox |
जीवनसाथी | अल्बर्ट आइंस्टीन (1903–1919) |
बच्चे | Lieserl Marić, हैंश अल्बर्ट आइंस्टीन, Eduard Einstein |
माता-पिता | Marija Marić née Ružić and Miloš Marić |
Friedhof Nordheim, Zurich, Switzerland |
मिलेवा मेरिक (सर्बियाई सिरिलिक: Милева Марић, दिसंबर 19, 1875 - 4 अगस्त, 1948) एक सर्बियाई भौतिक विज्ञानी थी। वह ज्यूरिख पॉलिटेक्निक में अल्बर्ट आइंस्टीन के साथी छात्रों के बीच केवल औरत थी और गणित और भौतिकी के विभाग में अध्ययन का पूरा कार्यक्रम खत्म करनेवाली दूसरी औरत थी | वे रिश्ते में थे और उनके शादी से पेहले उन्हें एक बेटी हुई, लैसेर्ल जो या तो जवनी में मारी गई या उसे गोद लेने के लिए दिया गया था | 1903 में उनकी शादी के बाद, उन्हें दो बेटे हुए हंस अल्बर्ट और एदुअर्द |
वे 1914 में अलग हो गए, और मेरिक अपने लड़कों के साथ बर्लिन से ज्यूरिख आ गई | 1919 में उनका तलाक हुआ और उसी वर्ष अल्बर्ट आइंस्टीन ने दुसरी शादी की |जब उन्होंने 1921 में नोबेल पुरस्कार प्राप्त किया, अपने बेटों का समर्थन करने के लिए उन्होंने मरिक को पैसे दिए | बीस साल की उम्र में 1930 में एदुअर्द को एक प्रकार का पागलपन के साथ निदान किया गया था। 1930 में, मेरिक ने संस्थागत देखभाल के लिए 3 घरों में से 2 को बेच डाला | ऐंस्तैन ने अपने दूसरी पत्नी एलसा आइंस्टीन के साथ अमेरिका जाकर अपने बेटों की देखभाल के लिए नियमित रूप से योगदान देना जारी रखा |
जीवनी
[संपादित करें]19 दिसंबर, 1875 को, मिलेवा मेरिक एक धनी परिवार में पैदा हुई थी | वह मिलोस मेरिक (1846-1922) और मरिजा रुज़िक मेरिक (1847-1935) के तीन बच्चो में सबसे बड़ी थी | शीघ्र ही अपने जन्म के बाद, उसके पिता ने अपने सैन्य कैरियर को समाप्त कर दिया और रूमा में अदालत में और बाद में ज़गरेब में एक नौकरी कर ली | 1886 में, मरिक ने अपनी माध्यमिक शिक्षा की शुरुवात नोवि सद में की | परंतु अगले वर्ष ही उन्होंने स्रेम्स्का वित्रोविका के हिघ स्कुल में दाखिला लिया | मेलिवा ने रॉयल सर्बियाई ग्रामर स्कूल में भाग लिया था। 1891 में उनके पिताजी ने मरिक को ज़ग्रेब में रॉयल क्लस्सिकल हाय स्कुल , जिसमे सारे पुरुष छात्र सिखते थे,वहा निजी छात्र के रूप में पढने के लिए अनुमति प्राप्त की। उन्होंने प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण की और 1892 में दसवी कक्षा में प्रवेश किया | उन्होंने फरवरी 1894 में भौतिक विज्ञान व्याख्यान में भाग लेने के लिए विशेष अनुमति जीता और सितंबर 1894 में अंतिम परीक्षा उत्तीर्ण प्रवेश किया। गणित और भौतिकी में अच्छे ग्रेड लाने के लिए उन्हें सम्मानित किया गया | उसी साल वह गंभीर रूप से बीमार हो ग और उन्होंने स्विट्जरलैंड जाने का फैसला लिया जहा 14 नवंबर को ज़ुरिच में " गर्ल्स हाय स्कुल " शुरू करने का फैसला लिया | 1896 में, मरिक ने उसकी मेतुरा परीक्षा पारित की, और एक सेमेस्टर के लिए ज्यूरिख विश्वविद्यालय में दवा का अध्ययन शुरू किया |.[1]
1896 के शरद ऋतु में, गणित की प्रवेश परीक्षा में 4.25 ग्रेड (पैमाने 1-6) के साथ उत्तीर्ण होने के बाद वह ज्यूरिक में पॉलिटेक्निक (बाद में Eidgenössische Technische Hochschule ) में शामिल हो गई | माध्यमिक विद्यालय में भौतिकी और गणित पढ़ाने के लिए डिप्लोमा पाठ्यक्रम में दाखिला लिया | वह छह छात्रों के समूह में केवल महिला थी और उस खंड में प्रवेश करनेवली पांचवी महिला थी | यह एक शानदार उपलब्धि है, जब महिलाओं को आमतौर पर स्वीकार नहीं किया गया था | वह और आइंस्टीन बहुत जल्द ही करीबी दोस्त बन गए।
अक्तूबर में मेरिक हीडलबर्ग के हीडलबर्ग विश्वविद्यालय में अध्ययन करने के लिए , एक लेखा परीक्षक के रूप में भौतिकी और गणित के व्याख्यानों में भाग लेने गई | अप्रैल 1898 में ज्यूरिख में पालीटेक्निक में फिर से शामिल हो गई जहा उनकी पढ़ाई में निम्नलिखित पाठ्यक्रम शामिल थे : अंतर अभिन्न और मरी, वर्णनात्मक और प्रक्षेपी ज्यामिति, यांत्रिकी, सैद्धांतिक भौतिकी, अनुप्रयुक्त भौतिकी, प्रायोगिक भौतिकी और खगोल विज्ञान | मेरिक 1899 में मध्यवर्ती डिप्लोमा परीक्षा में बैठी थी | 5.05 (पैमाने 1-6) की उसकी औसत ग्रेड ने उसे उस साल में परीक्षाओं में भाग लेने वाले 6 छत्रो में पाँचवें स्थान पर रखा | आइंस्टीन 5.7 की एक ग्रेड औसत के साथ पिछले साल के उम्मीदवारों के शीर्ष आया था। मेरिक और ऐंस्तैन, भौतिकी में दोनों का ग्रेड 5.5 था | 1900 में मेरिक 4.00 की ग्रेड औसत के साथ अंतिम शिक्षण डिप्लोमा परीक्षाओं में विफल रही है और उन्होंने गणित घटक में केवल 2.5 ग्रेड प्राप्त किया |[2] आइंस्टीन ने 4.91 की ग्रेड औसत के साथ चौथे स्थान पर परीक्षा उत्तीर्ण कर ली। पासिंग 5 था | 1901 में मेरिक के शैक्षणिक कैरियर में बाधा आ गई जब वह आइंस्टीन द्वारा गर्भवती बन गई | जब वह तीन माह की गर्भवती थी, वह फिर से डिप्लोमा परीक्षा देने बैठी परन्तु दूसरी बार भी वह असफल रही | वह नोवि सेद चली गई जहा 1902 जनवरी में उनके बेटी का जन्म हुआ | लड़की के भाग्य अज्ञात है: या तो वह तेज भूकार से मर गई होगी या फिर उसे गोद लेने के लिए दिया गया होगा |[3]
भूमिका में भौतिकी
[संपादित करें]सवाल यह है कि ऐंस्तैन के काम में मेरिक का योगदान था या नही और विशेष रूप से अन्नुस मिराबिलिस कागजात के लिए, कुछ बहस का विषय रहा है। भौतिक विज्ञान के पेशेवर इतिहासकारों के बीच एक आम सहमति के मुताबिक उनका कुछ योगदान नही था | कुछ शिक्षाविदों का कहना है कि वह विज्ञान के क्षेत्र में एक सहायक साथी थी और उन्होंने ऐंस्तैन को अनुसंधान के क्षेत्र में जरूर मदद कि होगी | [4][5]
मेरिक का ऐंस्तैन के काम में योगदान, विशेष रूप से 1905 के कागजात में योगदान ज्यादातर निम्न सबूत पर आधारित है:
- प्रसिद्ध रूसी भौतिक विज्ञानी अब्राम जोफ, इन्होंने तीन अन्नुस मिराबिलिस पत्रों के लेखक का नाम आइंस्टीन-मेरिती रखा | यह बात एक गवाह है क्योंकि मेरिती मेरिक का आधिकारिक नाम था | सवाल के पैरा में, जिसमें जोफ ने कहा कि "आइंस्टीन का" 1905 में विज्ञान के क्षेत्र में प्रवेश द्वार "अविस्मरणीय" था, उन्होंने 1905 के कागजात के लेखक का वर्णन "बर्न में पेटेंट कार्यालय में एक नौकरशाह " कहकर किया, यानी ,अल्बर्ट आइंस्टीन।.[6]
- मिलेवा ने एक सर्बियाई दोस्त से 1905 की चर्चा करते हुए कहा कि "हमने कुछ महत्वपूर्ण काम खतम कर लिया है जो मेरे पति को विश्व प्रसिद्ध कर देगा"। इतिहासकारों हायफिएल्द और कार्टर के द्वारा इस तरह के संस्मरण को "गृहनगर लोकगीत।" के रूप में वर्णित किया गया है |
- उन पत्रो में जिसमे ऐंस्तैन ने "हमरे" सिद्धांत और "हमारा" काम का उल्लेख किया था , स्तेचल बताते हैं कि इन पत्रों को, उनके छात्र जीवन में लिखा गया था, कम से कम 1905 के कागजात से चार साल पहले |[7]
- तलाक के समझौते में आइंस्टीन ने उसे अपने नोबेल पुरस्कार पैसा देने का वादा किया था। ऐंस्तैन ने यह कदम उसे तलाक के लिए सहमत करने के लिए लिया था और समझौते की शर्तों के तहत, पैसा उनके दो लड़कों के लिए था , जबकि मेरिक ब्याज पर पैसे ले सकती थी | हाल में जारी पत्र (उसकी मौत के बाद 20 साल तक आइंस्टीन के कदम-पोती मार्गोट आइंस्टीन द्वारा सील) के आधार पर, वाल्टर आइसेक्सन ने सूचित किया कि मेरिक ने नोबेल पुरस्कर द्वारा प्राप्त पैसों का ज्यूरिख में तीन अपार्टमेंट इमारतों में, आमदनी उत्त्पन करने के लिए इस्तेमाल किया |.[8]
ऐंस्तैन के मित्रों और सहयोगियों , जो उसके साथ अपने विचारों के अनगिनत विचार विमर्श में लगे रहते ,ने कभी मेरिक का ऐंस्तैन के काम में शामिल होने का उल्लेख नही किया | और शायद सबसे विशेष रूप से, मेरिक ने कभी यह दावा नही किया है कि उसने कभी भी आइंस्टीन के वैज्ञानिक काम में किसी भी तरह से भूमिका निभाई थी, और न ही उसके करीबी दोस्त, हेलेन सेविक के व्यक्तिगत पत्रों में ऐसी भूमिका का संकेत दिया है |.[9]
शादी और परिवार के
[संपादित करें]1903 में मेरिक और आइंस्टीन बर्न, स्विट्जरलैंड, जहां आइंस्टीन को बौद्धिक संपदा के लिए संघीय कार्यालय में एक नौकरी मिल गई थी वहा उन्होंने शादी कर ली। 1904 में ,अपने पहले बेटे हंस अल्बर्ट का जन्म हुआ था। 1909 तक ऐंस्तैन बर्न में रहते थे जहा उन्हें ज्यूरिख विश्वविद्यालय में एक शिक्षण की पद मिली | 1909 में, उनके दूसरे बेटे एदुअर्द का जन्म हुआ | 1911 में वे प्राग चले गए जहा आइंस्टीन चार्ल्स विश्वविद्यालय में शिक्षण पद पर थे | एक साल बाद, वे ज्यूरिक में लौटे क्योंकि ऐंस्तैन ने अपने अल्मा मेटर में प्राध्यापक का पद स्वीकार किया |
बर्लिन जाने का कदम और पृथक्करण
[संपादित करें]जुलाई 1913 में मैक्स प्लैंक और वाल्थर नेर्न्स्ट ने ऐंस्तैन को बेर्लिन आने पूछा | ऐंस्तैन यह प्रस्ताव स्वीकार किया परन्तु इस फैसले की वजह से मेरिक पर संकट आ गए | अगस्त में आइंस्टीन ने अपने बेटे और मैरी क्यूरी और उसकी दो बेटियों के साथ एक पैदल छुट्टी की योजना बनाई। मेरिक को एदुअर्द के बीमार होने की वजह से अस्थायी रूप से देर हो गई, लेकिन वे पार्टी में शामिल हो गए। सितंबर में आइंस्टीन मेरिक के माता-पितसे मिलने नोवी सेद गए, और उसी दिन वे वियना के लिए निकल रहे थे | उसके बाद ऐंस्तैन जर्मनी में अपने रिश्तेदारों से मिलने गए जबकि मेरिक ज्यूरिक लौट गई थी | क्रिसमस के बाद वह फ्रिट्ज हेबर, जिन्होंने अप्रैल 1914 में आइंस्टीन 'आसन्न कदम के लिए आवास ढूँढ़ने में मदद की,उनके साथ रेहने बर्लिन चली गई |
1912 के बाद उनकी शादीशुदा जिंदगी तनावपूर्ण हो गई थी क्योंकि वसंत में ऐंस्तैन एल्सा से मिलने लगे थे | वे नियमित रूप से पत्राचार करते थे | मेरिक जो बर्लिन क्भि नही जाना चाहती थी वह शहर में बहुत दुखी थी | बर्लिन में बसने के तुरंत बाद , ऐंस्तैन ने उसके साथ रेहने के लिए कठोर शर्तेँ मेरिक के सामने रखे | 1914 की गर्मियों में, मेरिक लड़कों को वापस ज्यूरिख ले गई क्योंकि मेरिक और ऐंस्तैन की जुदाई स्थायी बन गई थी | जरूरी पांच साल के जुदाई के बाद , उन्होंने 14 फरवरी, 1919 को तलाक दे दिया |.[10]
उनमें एक समझौते पर बातचीत हुई थी कि नोबेल पुरस्कार के पैसो को उनके दो लड़कों के विश्वास में रखा जायेगा | ऐंस्तैन को अपने काम के लिए पुरस्कार प्राप्त होगा और मेरिक को धन प्राप्त होगा | मेरिक को ब्याज पर पैसे लेने की अनुमति थी परन्तु ऐंस्तैन की अनुमति के बिना पूँजी पर उसका कोई अधिकार नही था | जुन 1919 में अपनी दूसरी पत्नी से शादी करने के बाद ऐंस्तैन ज्यूरिख मेरिक से अपने बच्चों के भविष्य के बारे में बात करने लौटे | यात्रा के दौरान वह हंस अल्बर्ट को कोंस्तंस झील में पाल के लिए और एदुअर्द को आरोग्यलाभ के लिए एरोसा ले गए |
1922 में आइंस्टीन को खबर मिली कि वह नवंबर में नोबेल पुरस्कार जीत गए है; 1923 में उन्होंने मेरिक को पैसे दे दिया | पैसा ज्यूरिख में तीन घरों को खरीदने के लिए इस्तेमाल किया गया था , एक इसमे मेरिक रेहती थी और अन्य दो निवेशों थे। जोर्ज बुश, जो बाद में ETH में प्रोफेसर बन गए, और उसका परिवार उसके किरायेदारों में एक थे |
20 साल की उम्र के बारे में 1930 में, एडवर्ड को एक प्रकार के पागलपन के साथ निदान किया गया था। 1930 के दशक मे मनोरोग क्लिनिक "Burghölzli" विश्वविद्यालय में उसकी देखभाल में लगे पैसों ने मेरिक को परेशान कर दिया; उसके लिए उसने अपने दो घरों को बेच डाला | आइंस्टीन एदुअर्द के लिए मेरिक और उसे अपनी आजीविका के लिए नियमित रूप से नकद हस्तांतरण करते थे | [11]
मेरिक का 4 अगस्त 1948, ज्यूरिख में 72 वर्ष की आयु में निधन हो गया, और उन्हें नोर्धैम-कब्रिस्तान में दफनाया गया था। एदुअर्द आइंस्टीन 1965 में अपनी मृत्यु तक संस्थागत था।
सम्मान
[संपादित करें]2005 में मेरिक को इ ति एच और गेस्सेल्स्चत-ज़ु फ्रौमुंस्तेर द्वारा ज्यूरिख में सम्मानित किया गया था।उनकी स्मृति में एक स्मारक पट्टिका ज्यूरिख में उसके पूर्व निवास, घर हुत्तेंस्त्रासे 62, में अनावरण किया गया था। उस ही वर्ष में एक बस्ट उनके उच्च विद्यालय टाउन, स्रेम्स्का मित्रोविका में रखा गया था। दूसरा बस्त नोवि सेद के विश्वविद्यालय में स्थित है | जिस शहर में उनका जन्म हुआ है,वहा स्तिथ एक स्कूल का नाम उनके नाम पर रखा गया है | उसकी मौत के साठ वर्षों के बाद, एक स्मारक प्लेट ज्यूरिख में पूर्व क्लिनिक के घर जहां वह मर गई, पर रखा गया था। जून 2009 में एक स्मारक समाधि नोर्धैम-कब्रिस्तान में, उसके लिए समर्पित किया गया था। [12]
1995 में नरोदना कंजिगा ने बेलग्रेड में द्रगना बुकुमिरोविक द्वारा लिखित पुस्तक "मिलेवा मेरिक अजंस्तज्न" को सेर्बिअन भाषा में प्रकाशित किया | तीन साल बाद ,विदा ओगंजेनोवोइक ने एक नाटक बनाया जिसका 2002 में अंग्रेज़ी में अनुवाद किया गया था | [13][14]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ Highfield, 1993, p.38
- ↑ "(PDF) The Collaboration of Mileva Maric and Albert Einstein" (PDF).
- ↑ The Collected Papers of Albert Einstein, Vol. 1, Doc. 67.
- ↑ Maurer, M. (1996); Troemel-Ploetz, S. (1990); Walker, E.H. (1991).
- ↑ Ruth H. Howes, Caroline L. Herzenberg (1999). Their Day in the Sun. Temple University Press. पृ॰ 26. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 1566397197.सीएस1 रखरखाव: authors प्राचल का प्रयोग (link)
- ↑ Stachel (2005), pp. lxv-lxxii Archived 2009-11-11 at the वेबैक मशीन; Martinez, A. (2005).pp. 51-52 Archived 2017-08-26 at the वेबैक मशीन
- ↑ Stachel (2002), pp. 33-37; Holton, G. (1996), pp. 181-193.
- ↑ Walter Isaacson, Time 168(3):50-55, 17 July 2006
- ↑ "Popović , M. (ed.) (2003)" (PDF). मूल से 3 दिसंबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 17 जनवरी 2017.
- ↑ Highfield, 1993, p.188.
- ↑ Highfield, 1993, p. 252
- ↑ Unveiling and consecration of memorial gravestone dedicated to Mileva Marić Einstein Archived 2017-02-02 at the वेबैक मशीन, Republic of Serbia, Ministry for Diaspora, 14 June 2009.
- ↑ "Mileva". Serbian National Theatre. मूल से 10 मई 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2016-08-30.
- ↑ "Premijera opere „Mileva"". Blic. 19 October 2011. मूल से 10 मई 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 17 जनवरी 2017.