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विकास संचार एिं विस्तार विभाग,
इंस्टिट्यूट ऑफ़ होम इकोनॉवमक्स, विल्ली विश्वविद्यालय
सहयोग : वनक्रा पररयोजना, भारतीय कृ वि अनुसंधान संस्थान, नई विल्ली
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जलिायु सक्षम कृ वि
मौसम में तेज़ी से बदलाव, अत्यधिक वर्ाा और गमी के बावजूद भी लाभकारी
कृ धर् संभव है।
जलिायु सक्षम कृ वि के लाभ
• कृ धर् की उत्पादकता को बढ़ाती है,
• घरेलू और राष्ट्र ीय खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देती है,
• कृ धर् से हुई आमदनी को धिकाऊ बनाने में मदद करती है,
• िरती की तपन बढ़ाने वाली ग्रीन हाउस गैसों को कम करती है
• जलवायु सक्षम कृ धर् से ज़्यादा आमदनी और अधिक उत्पादकता होती है
धजससे स्त्री, पुरुर् और बच्चे , याधन पूरे पररवार को फायदा है |
1
2
जलिायु सक्षम कृ वि के कई पहलू हैं, जैसे वक:
आइए अब इन सब के बारे में विस्तार से जानते हैं।
2
1. शून्य जुताई 8. फसल धवधवधिकरण
2. लेज़र लेवेधलंग 9. धरर प धसंचाई
3. पत्ता रंग चािा 10. सौर पंप
4. सीिा धबजाई 11. वर्ाा जल संचयन
5. रेज़्र बेर (ज़मीन से उप्पर
उठी हुई क्यारी बनाना)
12. मौसम एवं कृ धर् सलाहकार
सेवाएं मोबाइल द्वारा
6. मौसम सहनशील बीज की
धकस्में
13. कृ धर् वाधनकी
14. फसल बीमा
7. दलहन फसलें 15. सहकाररता
3
लेज़र लेिेवलंग
लेज़र लेवेधलंग खेत को पूरी तरह समतल बनाने का तरीका है। इसके धलए
एक धवशेर् यंत्र का प्रयोग धकया जाता है, धजसे लेज़र लेवेलर कहते हैं। यह
मशीन धकराये पर धमलती है। इसका प्रयोग चार से पााँच साल में एक बार
करना काफी रहता है।
इसके अनेक लाभ हैं:
• पानी और खाद का खेत पर समान धवतरण होता है,
• पानी की कम खपत होती है,
• धमट्टी के पोर्क तत्ों का बेहतर उपयोग होता है,
• फसलों की उत्पादकता बढ़ती है,
• अधिक आमदनी होती है।
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शून्य जुताई
शून्य जुताई, जुताई का वह तरीका है, धजसके अंतगात धबना जुताई धकये ही
फसलें लगायी जाती हैं।
इस प्रवक्रया के अनेक लाभ हैं जैसे:
• ईंिन की खपत में कमी,
• लागत में कमी,
• जुताई के धलए िरेक्टर के धकराये में बचत,
• पानी की बचत,
• फसल की पैदावार में वृद्धि और मुनाफे में बढ़त,
• अवशेर्ों, लाभकारी कीड़ों और रोगाणुओं के माध्यम से धमट्टी की गुणवत्ता
भी बढ़ जाती है।
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5
सीधा वबजाई
जहााँ पर िान उगाया जाता है, सीिा धबजाई करने से आरोपण की आवश्यकता
नहीं पड़ती, श्रम की बचत होती है।
सीधा वबजाई के अनेक फायिे हैं:
• पानी की खपत कम होती है।
• श्रम की आवश्यकता कम होने से पैसे बचते हैं, लागत कम आती है।
• आरोपण नहीं करना पड़ता, इससे खासकर मधहलाओं का कड़ी मेहनत का
काम कम हो जाता है।
• ग्रीन हाउस गेंसे जो िरती की तपन को बढ़ाती हैं, कम उत्पन्न होती हैं।
• दू सरी फसल की बुवाई कम समय में संभव हो जाती है।
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सहनशील बीज की वकस्में
फसलों के ऐसे बीजों का चयन करना आवश्यक है जो कठोर जलवायु जैसे
अधिक गमी, सूखा, लू अथवा बाढ़ इत्याधद को भली-भांधत सहन कर सकें । यह
बीज ज़्यादातर फसलों के धलए के .धव.के . वगैहरा में आसानी से धमल जातें हैं।
इसके कई लाभ हैं :
• जलवायु के बदलाव के चलते भी, सहनशील धकस्मों के बीज पैदावार द्धथथर
रखने में मदद करतें हैं।
• पररवार के धलए आय की द्धथथरता बनी रहती है।
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फसल विविवधकरण
धकसान को धसफा एक या दो फसलों पर धनभार न रह कर, धवधवि प्रकार की
फसलें लगानी चाधहए। धकसान एसी फसलों का चयन कर सकते हैं, जो वहााँ के
मौसम के अनुकू ल हों, धजनका वहााँ खाने में प्रयोग हो सकता हो और धजसके
दाम मंरी में अच्छे धमलते हों।
फसल विविवधकरण के अनेक लाभ हैं:
• जलवायु पररवतान के कारण, सभी फसलों पर एक-सा असर नहीं होता।
• फसल धवफलता का जोधिम कम हो जाता है।
• आय में द्धथथरता आती है, धजसका लाभ पूरे पररवार को धमलता है।
• पररवार के पोर्ण में वृद्धि होती है, क्योंधक सदस्य धवधवि प्रकार के खाद्य
पदाथा खाते हैं।
• कृ धर् धिकाऊ हो जाती है।
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िलहन फसलें
दलहन फसलें जैसे अरहर, मूंग अन्य फसलों के बीच में लगायी जा सकती हैं।
िलहन फसलें लगाने के अनेक लाभ हैं:
• धमििी में नाइिरोजन की मात्रा बढ़ती है, उवारकता बढ़ती है।
• फसलें उवारक धमििी को बहने से बचाती हैं तथा अन्य फसलों की
उत्पादकता बढ़ाती हैं ।
• रासायधनक खाद का प्रयोग कम हो जाता है।
• पैसे की लागत में कमी आती है।
• धभन्न तरह की दालें घर में पहले से ज़्यादा मात्रा में खायी जाती हैं धजससे
पररवार का पोर्ण बढ़ता है।
• दालों और फधलयों की धबक्री से पररवार की कमाई बढ़ जाती है।
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पत्ता रंग चाटट
पत्ता रंग चािा बताता है धक धकस फसल को धकतनी खाद की ज़रूरत है। यह
आसानी से उपलब्ध है। फसल के पत्तों का रंग इस चािा के रंग से धमलाकर
उवारक की सही मात्रा का प्रयोग धकया जाता है।
पत्ता रंग चाटट इस्तेमाल करने के अनेक लाभ हैं :
• इस्तेमाल करना बहुत आसान है और इसकी कीमत भी कम है।
• खाद की खपत को कम करने में मदद करता है धजससे खचा कम होता है।
• ग्रीन हाउस गैसें जो िरती की तपन को बढ़ाती हैं, उन्हे कम करने में मदद
करता है।
• सही मात्रा में खाद लगाने से उत्पादकता बढ़ती है।
• आजकल यह एक इलेक्टर ॉधनक (धबजली से चलने वाला) मीिर के रूप में भी
उपलब्ध है जो सारा काम आसानी से कर सकता है।
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वरि प वसंचाई
यह धसंचाई का तरीका है धजसमें खेत में पतली पाइपों को लाइनों में धबछा धदया
जाता है। बीजारोपण की लकीर के समानांतर पानी चलाने पर पाइप से बूाँद-बूाँद
पानी फसल की जड़ तक धनरंतर पहुाँचता रहता है।
इसके अनेक लाभ हैं:
• बहुत कम पानी में अच्छी फसल पैदा होती है।
• पानी का सही माइने में सदुपयोग होता है क्योंधक पानी बहकर बेकार नहीं
जाता।
• धमट्टी के पोर्क तत् पानी में अच्छे से घुल जाते हैं और फसल की जड़ तक
पहुाँचते हैं।
• खेती की उत्पादकता बढ़ती है और साथ ही साथ मुनाफा भी बढ़ता है।
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ििाट जल संचयन
पानी की कमी को पूरा करने के धलए खेत पर तालाब और जलाशय का
धनमााण करना बहुत लाभदायक रहता है। इन तालाबों में वर्ाा के पानी का
संचयन हो जाता है और फसलों की धसंचाई में मदद धमलती है।
ििाट जल संचयन से अनेक लाभ हैं:
• पानी की उपलब्धता बढ़ जाती है।
• वर्ाा कम होने पर भी फसलों की धसंचाई हो सकती है।
• फसलों की उत्पादकता में बढ़ोतरी होती है।
• आमदनी बढ़ती है |
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सौर पंप
यह सूरज की शद्धि से चलने वाले पंप हैं, जो खतों की धसंचाई में मदद करते
हैं। सरकार सौया उजाा पंप लगाने के धलए सद्धिरी भी देती है। एक बार सौया
उजाा पंप लगाने से खचाा आता है पर कु छ ही सालों में उसकी भरपाई हो जाती
है।
सौर पंप लगाने के कई लाभ हैं:
• धबजली पर कम धनभारता होती है।
• वातावरण में प्रदू र्ण कम होता है।
• धबजली और रीज़ल पर कम खचाा आता है।
• खेत का बेहतर प्रबंिन हो पाता है।
• मनचाहे समय पर धसंचाई की जा सकती है।
• अधिकतम उत्पादकता और आमदनी में बढ़ोतरी होती है।
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मोबाइल द्वारा मौसम एिं कृ वि सलाह
मौसम, कृ धर्, मंरी सम्बंधित जानकारी के धलए आप अनेक आई.सी.िी
सेवाओं का उपयोग कर सकते हैं| यह सेवाएाँ मोबाइल फोन पर ली जा
सकती हैं|
इसके कई लाभ हैं:
• घर बैठे बैठे आपको बहुत सी जानकारी आसानी से उपलब्ध हो सकती है।
• आपको अनेक धवर्यों पर जानकारी धमल सकती है जैसे की मौसम, खाद,
बीज, मंरी, कीिनाशक, बीमाररयााँ इत्याधद।
• आप धवशेर्ज्ों से जानकारी हेतु सवाल जवाब भी कर सकते हैं।
• आपको सही फै सला लेने में मदद धमलती है।
• मधहलाएं भी आसानी से सलाहकार सेवाओं का प्रयोग कर सकती हैं।
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फसल बीमा
यह स्कीम सरकार द्वारा बनाई गयी है, धजसमें बीमा का प्रीधमयम बहुत कम
होता है।
फसल बीमा करिाने के अनेक लाभ हैं:
• जलवायु पररवतान के चलते फसलों के नुकसान होने पर धकसानों को
मुआवज़ा धमलता है।
• फसल की किाई के बाद अगर बाररश आती है, उसकी भी भरपाई होती
है।
• जलवायु तनाव की द्धस्तधथ में पररवार की कु छ आय बनी रहती है,
• पररवारों को मुद्धिल समय में, आय में धिकाऊपन धमलता है।
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कृ वि िावनकी
कृ धर् वाधनकी, खेत की भूधम पर वृक्षारोपण को कहते हैं|
कृ वि िावनकी के अनेक लाभ हैं:
• धमट्टी के बेकार बहने को कम करता है धजससे धमट्टी की उवारकता बनी रहती
है।
• पेड़ काबान राइऑक्साइर को अपने अंदर लेकर, िरती की तपन कम करने
में मदद करते हैं।
• आय का धवधवधिकरण हो जाता है।
• आय का अधतररि स्रोत धमलता है।
• पेड़ दू सरी फसलों को छाया प्रदान करते हैं।
• पररवार के धलए लकड़ी, फल, चारा और ईंिन की लकड़ी भी प्रदान करते हैं।
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सहकाररता
लोगों का एक छोिा स्वयंसेवी संगठन, जो एक ही सामाधजक-आधथाक पृष्ठभूधम
से हों । वे स्वयं-सहायता और आपसी सहायता के माध्यम से अपनी आम
समस्याओं को हल करने के उद्देश्य से एक साथ आते हैं।
सहकाररता के अनेक लाभ हैं:
• क्रे धरि प्रबंिन, धनवेश, जोद्धखम प्रबंिन के धलए समथान की बेहतर पहुंच,
• सहकमी को सहकमी या धकसान को कृ धर् धशक्षा सीखने के धलए प्रेररत
करता है।
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रेज़्र बेर
(ज़मीन से उप्पर उठी हुई क्यारी)
खेती का वह तरीका है, धजसमें 2-4 फु ि चौड़ी ज़मीन से उप्पर उठी हुई क्यारी
में धबजाई करी जाती है|
रेज़्र बेर के लाभ इस प्रकार हैं:
• पानी की कम खपत होती है।
• फसलों को बराबर मात्रा में पानी धमलता है।
• फसल की उत्पादकता बढ़ जाती है।
• उवारक की कम खपत और बराबर धवतरण,
• खरपतवार को कम करता है।
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जलिायु सक्षम कृ वि अपनाएं ,
हरी भरी फसलें पाएं !
Climate smart agriculture
विकास संचार एिं विस्तार विभाग,
इंस्टिट्यूट ऑफ़ होम इकोनॉवमक्स,
विल्ली विश्वविद्यालय
सहयोग : वनक्रा पररयोजना,
भारतीय कृ वि अनुसंधान संस्थान, नई विल्ली

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  • 1. विकास संचार एिं विस्तार विभाग, इंस्टिट्यूट ऑफ़ होम इकोनॉवमक्स, विल्ली विश्वविद्यालय सहयोग : वनक्रा पररयोजना, भारतीय कृ वि अनुसंधान संस्थान, नई विल्ली
  • 2. 1
  • 3. जलिायु सक्षम कृ वि मौसम में तेज़ी से बदलाव, अत्यधिक वर्ाा और गमी के बावजूद भी लाभकारी कृ धर् संभव है। जलिायु सक्षम कृ वि के लाभ • कृ धर् की उत्पादकता को बढ़ाती है, • घरेलू और राष्ट्र ीय खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देती है, • कृ धर् से हुई आमदनी को धिकाऊ बनाने में मदद करती है, • िरती की तपन बढ़ाने वाली ग्रीन हाउस गैसों को कम करती है • जलवायु सक्षम कृ धर् से ज़्यादा आमदनी और अधिक उत्पादकता होती है धजससे स्त्री, पुरुर् और बच्चे , याधन पूरे पररवार को फायदा है | 1
  • 4. 2
  • 5. जलिायु सक्षम कृ वि के कई पहलू हैं, जैसे वक: आइए अब इन सब के बारे में विस्तार से जानते हैं। 2 1. शून्य जुताई 8. फसल धवधवधिकरण 2. लेज़र लेवेधलंग 9. धरर प धसंचाई 3. पत्ता रंग चािा 10. सौर पंप 4. सीिा धबजाई 11. वर्ाा जल संचयन 5. रेज़्र बेर (ज़मीन से उप्पर उठी हुई क्यारी बनाना) 12. मौसम एवं कृ धर् सलाहकार सेवाएं मोबाइल द्वारा 6. मौसम सहनशील बीज की धकस्में 13. कृ धर् वाधनकी 14. फसल बीमा 7. दलहन फसलें 15. सहकाररता
  • 6. 3
  • 7. लेज़र लेिेवलंग लेज़र लेवेधलंग खेत को पूरी तरह समतल बनाने का तरीका है। इसके धलए एक धवशेर् यंत्र का प्रयोग धकया जाता है, धजसे लेज़र लेवेलर कहते हैं। यह मशीन धकराये पर धमलती है। इसका प्रयोग चार से पााँच साल में एक बार करना काफी रहता है। इसके अनेक लाभ हैं: • पानी और खाद का खेत पर समान धवतरण होता है, • पानी की कम खपत होती है, • धमट्टी के पोर्क तत्ों का बेहतर उपयोग होता है, • फसलों की उत्पादकता बढ़ती है, • अधिक आमदनी होती है। 3
  • 8. 4
  • 9. शून्य जुताई शून्य जुताई, जुताई का वह तरीका है, धजसके अंतगात धबना जुताई धकये ही फसलें लगायी जाती हैं। इस प्रवक्रया के अनेक लाभ हैं जैसे: • ईंिन की खपत में कमी, • लागत में कमी, • जुताई के धलए िरेक्टर के धकराये में बचत, • पानी की बचत, • फसल की पैदावार में वृद्धि और मुनाफे में बढ़त, • अवशेर्ों, लाभकारी कीड़ों और रोगाणुओं के माध्यम से धमट्टी की गुणवत्ता भी बढ़ जाती है। 4
  • 10. 5
  • 11. सीधा वबजाई जहााँ पर िान उगाया जाता है, सीिा धबजाई करने से आरोपण की आवश्यकता नहीं पड़ती, श्रम की बचत होती है। सीधा वबजाई के अनेक फायिे हैं: • पानी की खपत कम होती है। • श्रम की आवश्यकता कम होने से पैसे बचते हैं, लागत कम आती है। • आरोपण नहीं करना पड़ता, इससे खासकर मधहलाओं का कड़ी मेहनत का काम कम हो जाता है। • ग्रीन हाउस गेंसे जो िरती की तपन को बढ़ाती हैं, कम उत्पन्न होती हैं। • दू सरी फसल की बुवाई कम समय में संभव हो जाती है। 5
  • 12. 6
  • 13. सहनशील बीज की वकस्में फसलों के ऐसे बीजों का चयन करना आवश्यक है जो कठोर जलवायु जैसे अधिक गमी, सूखा, लू अथवा बाढ़ इत्याधद को भली-भांधत सहन कर सकें । यह बीज ज़्यादातर फसलों के धलए के .धव.के . वगैहरा में आसानी से धमल जातें हैं। इसके कई लाभ हैं : • जलवायु के बदलाव के चलते भी, सहनशील धकस्मों के बीज पैदावार द्धथथर रखने में मदद करतें हैं। • पररवार के धलए आय की द्धथथरता बनी रहती है। 6
  • 14. 7
  • 15. फसल विविवधकरण धकसान को धसफा एक या दो फसलों पर धनभार न रह कर, धवधवि प्रकार की फसलें लगानी चाधहए। धकसान एसी फसलों का चयन कर सकते हैं, जो वहााँ के मौसम के अनुकू ल हों, धजनका वहााँ खाने में प्रयोग हो सकता हो और धजसके दाम मंरी में अच्छे धमलते हों। फसल विविवधकरण के अनेक लाभ हैं: • जलवायु पररवतान के कारण, सभी फसलों पर एक-सा असर नहीं होता। • फसल धवफलता का जोधिम कम हो जाता है। • आय में द्धथथरता आती है, धजसका लाभ पूरे पररवार को धमलता है। • पररवार के पोर्ण में वृद्धि होती है, क्योंधक सदस्य धवधवि प्रकार के खाद्य पदाथा खाते हैं। • कृ धर् धिकाऊ हो जाती है। 7
  • 16. 8
  • 17. िलहन फसलें दलहन फसलें जैसे अरहर, मूंग अन्य फसलों के बीच में लगायी जा सकती हैं। िलहन फसलें लगाने के अनेक लाभ हैं: • धमििी में नाइिरोजन की मात्रा बढ़ती है, उवारकता बढ़ती है। • फसलें उवारक धमििी को बहने से बचाती हैं तथा अन्य फसलों की उत्पादकता बढ़ाती हैं । • रासायधनक खाद का प्रयोग कम हो जाता है। • पैसे की लागत में कमी आती है। • धभन्न तरह की दालें घर में पहले से ज़्यादा मात्रा में खायी जाती हैं धजससे पररवार का पोर्ण बढ़ता है। • दालों और फधलयों की धबक्री से पररवार की कमाई बढ़ जाती है। 8
  • 18. 9
  • 19. पत्ता रंग चाटट पत्ता रंग चािा बताता है धक धकस फसल को धकतनी खाद की ज़रूरत है। यह आसानी से उपलब्ध है। फसल के पत्तों का रंग इस चािा के रंग से धमलाकर उवारक की सही मात्रा का प्रयोग धकया जाता है। पत्ता रंग चाटट इस्तेमाल करने के अनेक लाभ हैं : • इस्तेमाल करना बहुत आसान है और इसकी कीमत भी कम है। • खाद की खपत को कम करने में मदद करता है धजससे खचा कम होता है। • ग्रीन हाउस गैसें जो िरती की तपन को बढ़ाती हैं, उन्हे कम करने में मदद करता है। • सही मात्रा में खाद लगाने से उत्पादकता बढ़ती है। • आजकल यह एक इलेक्टर ॉधनक (धबजली से चलने वाला) मीिर के रूप में भी उपलब्ध है जो सारा काम आसानी से कर सकता है। 9
  • 20. 10
  • 21. वरि प वसंचाई यह धसंचाई का तरीका है धजसमें खेत में पतली पाइपों को लाइनों में धबछा धदया जाता है। बीजारोपण की लकीर के समानांतर पानी चलाने पर पाइप से बूाँद-बूाँद पानी फसल की जड़ तक धनरंतर पहुाँचता रहता है। इसके अनेक लाभ हैं: • बहुत कम पानी में अच्छी फसल पैदा होती है। • पानी का सही माइने में सदुपयोग होता है क्योंधक पानी बहकर बेकार नहीं जाता। • धमट्टी के पोर्क तत् पानी में अच्छे से घुल जाते हैं और फसल की जड़ तक पहुाँचते हैं। • खेती की उत्पादकता बढ़ती है और साथ ही साथ मुनाफा भी बढ़ता है। 10
  • 22. 11
  • 23. ििाट जल संचयन पानी की कमी को पूरा करने के धलए खेत पर तालाब और जलाशय का धनमााण करना बहुत लाभदायक रहता है। इन तालाबों में वर्ाा के पानी का संचयन हो जाता है और फसलों की धसंचाई में मदद धमलती है। ििाट जल संचयन से अनेक लाभ हैं: • पानी की उपलब्धता बढ़ जाती है। • वर्ाा कम होने पर भी फसलों की धसंचाई हो सकती है। • फसलों की उत्पादकता में बढ़ोतरी होती है। • आमदनी बढ़ती है | 11
  • 24. 12
  • 25. सौर पंप यह सूरज की शद्धि से चलने वाले पंप हैं, जो खतों की धसंचाई में मदद करते हैं। सरकार सौया उजाा पंप लगाने के धलए सद्धिरी भी देती है। एक बार सौया उजाा पंप लगाने से खचाा आता है पर कु छ ही सालों में उसकी भरपाई हो जाती है। सौर पंप लगाने के कई लाभ हैं: • धबजली पर कम धनभारता होती है। • वातावरण में प्रदू र्ण कम होता है। • धबजली और रीज़ल पर कम खचाा आता है। • खेत का बेहतर प्रबंिन हो पाता है। • मनचाहे समय पर धसंचाई की जा सकती है। • अधिकतम उत्पादकता और आमदनी में बढ़ोतरी होती है। 12
  • 26. 13
  • 27. मोबाइल द्वारा मौसम एिं कृ वि सलाह मौसम, कृ धर्, मंरी सम्बंधित जानकारी के धलए आप अनेक आई.सी.िी सेवाओं का उपयोग कर सकते हैं| यह सेवाएाँ मोबाइल फोन पर ली जा सकती हैं| इसके कई लाभ हैं: • घर बैठे बैठे आपको बहुत सी जानकारी आसानी से उपलब्ध हो सकती है। • आपको अनेक धवर्यों पर जानकारी धमल सकती है जैसे की मौसम, खाद, बीज, मंरी, कीिनाशक, बीमाररयााँ इत्याधद। • आप धवशेर्ज्ों से जानकारी हेतु सवाल जवाब भी कर सकते हैं। • आपको सही फै सला लेने में मदद धमलती है। • मधहलाएं भी आसानी से सलाहकार सेवाओं का प्रयोग कर सकती हैं। 13
  • 28. 14
  • 29. फसल बीमा यह स्कीम सरकार द्वारा बनाई गयी है, धजसमें बीमा का प्रीधमयम बहुत कम होता है। फसल बीमा करिाने के अनेक लाभ हैं: • जलवायु पररवतान के चलते फसलों के नुकसान होने पर धकसानों को मुआवज़ा धमलता है। • फसल की किाई के बाद अगर बाररश आती है, उसकी भी भरपाई होती है। • जलवायु तनाव की द्धस्तधथ में पररवार की कु छ आय बनी रहती है, • पररवारों को मुद्धिल समय में, आय में धिकाऊपन धमलता है। 14
  • 30. 15
  • 31. कृ वि िावनकी कृ धर् वाधनकी, खेत की भूधम पर वृक्षारोपण को कहते हैं| कृ वि िावनकी के अनेक लाभ हैं: • धमट्टी के बेकार बहने को कम करता है धजससे धमट्टी की उवारकता बनी रहती है। • पेड़ काबान राइऑक्साइर को अपने अंदर लेकर, िरती की तपन कम करने में मदद करते हैं। • आय का धवधवधिकरण हो जाता है। • आय का अधतररि स्रोत धमलता है। • पेड़ दू सरी फसलों को छाया प्रदान करते हैं। • पररवार के धलए लकड़ी, फल, चारा और ईंिन की लकड़ी भी प्रदान करते हैं। 15
  • 32. 16
  • 33. सहकाररता लोगों का एक छोिा स्वयंसेवी संगठन, जो एक ही सामाधजक-आधथाक पृष्ठभूधम से हों । वे स्वयं-सहायता और आपसी सहायता के माध्यम से अपनी आम समस्याओं को हल करने के उद्देश्य से एक साथ आते हैं। सहकाररता के अनेक लाभ हैं: • क्रे धरि प्रबंिन, धनवेश, जोद्धखम प्रबंिन के धलए समथान की बेहतर पहुंच, • सहकमी को सहकमी या धकसान को कृ धर् धशक्षा सीखने के धलए प्रेररत करता है। 16
  • 34. 16
  • 35. रेज़्र बेर (ज़मीन से उप्पर उठी हुई क्यारी) खेती का वह तरीका है, धजसमें 2-4 फु ि चौड़ी ज़मीन से उप्पर उठी हुई क्यारी में धबजाई करी जाती है| रेज़्र बेर के लाभ इस प्रकार हैं: • पानी की कम खपत होती है। • फसलों को बराबर मात्रा में पानी धमलता है। • फसल की उत्पादकता बढ़ जाती है। • उवारक की कम खपत और बराबर धवतरण, • खरपतवार को कम करता है। 16
  • 36. जलिायु सक्षम कृ वि अपनाएं , हरी भरी फसलें पाएं !
  • 38. विकास संचार एिं विस्तार विभाग, इंस्टिट्यूट ऑफ़ होम इकोनॉवमक्स, विल्ली विश्वविद्यालय सहयोग : वनक्रा पररयोजना, भारतीय कृ वि अनुसंधान संस्थान, नई विल्ली