1. दिगम्बर जैन कॉलेज
(बडौत)
SUBMITTED TO – DR. KIRTI SHARMA
SUBMITTED BY – BEBI
CLASS - M.A 3 RD YEAR
DIPEREMENT - (ECONOMICS)
(TOPIC – FISHER’S OUANTITY THEORY OF MONEY
2. प्रो.इरविन विशर का जन्म - (24िरिरी1869 ).
प्रो इरविन विशर की वकताब - पैसे की क्रय शक्ति (1911)
1. मुद्रा क
े पररमाण और सामान्य कीमत का स्तर आनुपावतक संबंध होता है।
2. मुद्रा क
े पररमाण तथा मात्रा तथा मुद्रा क
े मूल्य में विपरीत समानुपावतक संबंध होता
है।
मुद्रा का पररमाण वसद्ांत बताता है वक मुद्रा का पररमाण ही कीमत स्तर मुद्रा का मूल्य
का मुख्य वनधाारक है।
3. मुद्रा पररमाण
मुद्रा पररमाण वसद्ान्त मे विगर की समीकरण –
P = M/T
उपरोि समीकरण का संशोधन रूप –
P = MV/T = PT = MV
उपरोि समीकरण में भी संशोधन वकया गया –
P = MV+MV/T
PT = MV + MV
5. विशर की मान्यताए
P एक वनक्तिय साधन है जो अन्य साधनों से प्रभावित होता है।
M से M का अनुपात क्तथथर होता है।
V तथा V' क्तथथर है और M तथा M’ में होने िाले पररितानों से स्वतना है।
मुद्दा की मााँग लेन देन क
े मूल्यों क
े समानुपाती है।
अथाव्यािथथा मे पूणा रोजगार विद्यमान है।
यह वसद्ान्त मुद्रा क
े मूल्य का दीर्ाकालीन विश्लेषण करता है।
6. आलोचनाए
अिास्तविक मान्यताओं पर आधाररत|
एकपक्षीय वसद्ांत |
अस्पष्ट वसद्ांत |
व्यापार चक्रो की उपेक्षा|
सापेक्ष कीमतों में पररितान की स्पष्ट व्याख्या नहीं|
दीर्ाकालीन विश्लेषण।
समय विलम्ब क
े महत्व की उपेक्षा ।
7. क
ै क्तिज विचारधारा
समीकरण
1. प्रो मार्शल की समीकरण -
M=KY
क
ु ल उत्पादन (P.) कीमत-स्तर तथा (Y) का गुणनिल है।
Y=P.O
M=KY
M=K.P.O
P=M/KD
8. २. प्रो० पीगू की समीकरण ----
P=KR/M
मुद्रा की एक इकाई का मूल्य --
P = KR/M (c+h (1-c))
िस्तु की एक इकाई का मूल्य ---
M=KR/P(c+h(1-c))
9. 3. प्रो. कीन्स की की समीकरण -
प्रो० कीन्स की पुस्तक - A tract on Manuloory Reform
n= P(k+rk’)
4. प्रो. रॉबर्शसन का समीकरण –
M=PKT
p=1/KT.M
p= M/KT
10. क
ै क्तिज समीकरण की आलोचनाएं
अपूणा वसद्ान्त ।
िास्तविक मान्यता ।
व्यापार चक्रों की व्याख्या करने में असिल ।
जमाओ की श्रेणी ।
ब्याज दर की भूवमका ।
मुद्रा की मांग की लोच ।
आय का अनुमान लगाना कविन ।
जविल समस्याओं की व्याख्या करने में असमथा ।