यान मायेन
भूगोल | |
---|---|
अवस्थिति | आर्कटिक महासागर |
निर्देशांक | 70°59′N 8°32′W / 70.983°N 8.533°Wनिर्देशांक: 70°59′N 8°32′W / 70.983°N 8.533°W |
प्रशासन | |
जनसांख्यिकी | |
जनसंख्या | 18 |
यान मायेन द्वीप (Jan Mayen) आर्कटिक महासागर में स्थित एक ज्वालामुखीय द्वीप है जो नोर्वे का अंग है। यान मायेन द्वीप आइसलैंड से 600 किमी पूर्वोत्तर, ग्रीनलैंड से 500 किमी पूर्व और नोर्वे के पश्चिमोत्तरी छोर से 1,000 किमी पश्चिम में स्थित है। इस पूर्वोत्तर-से-दक्षिणपश्चिम 55 किमी लम्बे और 373 वर्ग किमी क्षेत्रफल वाले द्वीप के कुछ भाग पर हिमानियाँ (ग्लेशियर) विस्तृत हैं। द्वीप के दो मुख्य भाग हैं: पूर्वोत्तर का बड़ा 'नॉर्द यान' (Nord-Jan) हिस्सा और दक्षिणपश्चिम का छोटा 'सोर-यान' (Sør-Jan) हिस्सा जो एक 2.5 किमी चौड़े भूडमरू (इस्थ्मस) से जुड़े हुए हैं। द्वीप के उत्तर में 2,277 मीटर (7,470 फ़ुट) ऊँचा बीरेनबर्ग (Beerenberg) ज्वालामुखी स्थित है। द्वीप के उत्तर और दक्षिणी हिस्से को जोड़ने वाले जलडमरू पर दो झीलें हैं जिन्हें नॉर्दलागूना (Nordlaguna, उत्तर झील) और सोरलागूना (Sørlaguna, दक्षिण झील) कहते हैं। इस टापू का निर्माण समुद्रतल में एक 'यान मायेन हॉटस्पॉट (गर्मछिद्र)' नामक ज्वालामुखीय दरार से लावा उगलने से हुआ था।[1]
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ FOR 2010-11-19 nr 1456: Forskrift om fredning av Jan Mayen naturreservat Archived 2012-08-04 at आर्काइव डॉट टुडे, Miljøverndepartementet