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वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

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मानवीय सहायता

ग़ाज़ा में विस्थापित परिवारों ने UNRWA द्वारा संचालित स्कूलों में शरण ली है.
© UNRWA

ग़ाज़ा: 'विनाशकारी' मानवीय हालात व अकाल के जोखिम पर सुरक्षा परिषद की बैठक

मानवाधिकारों के लिए संयुक्त राष्ट्र की सहायक महासचिव इल्ज़े ब्रैन्ड्स केहरिस ने क्षोभ जताया है कि ग़ाज़ा पट्टी में आम फ़लस्तीनी विनाशकारी मानवीय व मानवाधिकारों की स्थिति से जूझ रहे हैं. उन्होंने युद्धग्रस्त ग़ाज़ा में अकाल की प्रबल आशंका से उपजी चिन्ताओं के बीच, मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक आपात बैठक को सम्बोधित करते हुए यह बात कही है. 

UNHCR उप उच्चायुक्त कैली क्लेमेन्ट्स ने 65 वर्षीय स्वितलाना से मुलाक़ात की, जिनका हवाई हमले में मकान ध्वस्त हो गया.
© UNHCR/Iryna Tymchyshyn

यूक्रेन युद्ध के 1,000 दिन, पीड़ितों के साथ एकजुटता दर्शाने का आग्रह

यूक्रेन पर रूसी सैन्य बलों के आक्रमण के एक हज़ार दिन पूरे होने से पहले, संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) ने आगाह किया है कि भीषण हमलों के बीच कठोर सर्दी के मौसम में आम नागरिकों को विशाल चुनौतियो से जूझना पड़ रहा है.

लेबनान में अपने घर से विस्थापित होने के लिए मजबूर एक परिवार ने अस्थाई शिविर में शरण ली है.
© UNICEF/Fouad Choufany

लेबनान: इसराइली सेना के घातक हमले जारी, खाद्य असुरक्षा की बिगड़ती स्थिति

लेबनान में इसराइली सैन्य कार्रवाई और आम नागरिकों, चिकित्साकर्मियों व बुनियादी ढाँचों पर हमलों के बीच, यूएन मानवतावादी एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि युद्ध का दंश झेल रहे देश में खाद्य असुरक्षा की स्थिति बद से बदतर हो रही है.

ग़ाज़ा के डेयर अल बालाह में एक स्कूल में विस्थापित फ़लस्तीनी परिवार ने शरण ली हुई है.
© UNRWA/Ashraf Amra

ग़ाज़ा: हिंसक टकराव के बीच, स्वास्थ्य सेवाओं को जारी रखने के लिए 'अथक प्रयास'

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि ग़ाज़ा पट्टी में लड़ाई व भीषण उथलपुथल के बीच, अस्पतालों में स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं को जारी रखने, मरीज़ों को बेहतर उपचार के लिए सुरक्षित, दूसरे स्थानों पर ले जाने के लिए निरन्तर प्रयास किए जा रहे हैं. 

यूएन अधिकारियों का कहना है कि ग़ाज़ा में महीनों की भीषण बमबारी के पास, वहाँ लोगों के पास अपना पेट भरने के साधन नहीं बचे हैं जिससे अकाल की स्थिति उत्पन्न होने का जोखिम है.
© UNRWA

ग़ाज़ा पट्टी: उत्तरी हिस्से पर मंडरा रहा है तबाही, अकाल का ख़तरा

खाद्य सुरक्षा विशेषज्ञों ने चेतावनी जारी की है कि उत्तरी ग़ाज़ा के कुछ इलाक़ों में अकाल फैलने का जोखिम बेहद निकट है, जिसके मद्देनज़र कुछ ही दिनों के भीतर ज़रूरतमन्द आबादी तक खाद्य सहायता पहुँचाने की पुकार लगाई गई है.

उत्तरी ग़ाज़ा में स्थित कमाल अदवान अस्पताल के नज़दीकी इलाक़े में हवाई हमले से बर्बादी हुई है.
© WHO

ग़ाज़ा और लेबनान में, आम नागरिकों की पीड़ा का कोई अन्त नहीं

संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायताकर्मियों ने आगाह किया है कि उत्तरी ग़ाज़ा में पिछले एक महीने से जारी इसराइली घेराबन्दी से, आम फ़लस्तीनी बर्बादी के कगार पर हैं. उन्हें दैनिक गुज़र-बसर के लिए जल, भोजन समेत अति-आवश्यक सामग्री को जुटाने में विशाल कठिनाइयों से जूझना पड़ रहा है. वहीं, लेबनान में भी इसराइली हवाई हमलों से विस्थापित, अस्थाई आश्रय स्थलों में अपने दिन गुज़ार रहे हैं.  

IAEA महानिदेशक रफ़ाएल ग्रोस्सी और अन्य कर्मचारी यूक्रेन में अग्रिम मोर्चे को पार करके, ज़ैपोरिझझिया परमाणु ऊर्जा प्लांट तक पहुँच रहे हैं.
© IAEA

यूक्रेन: परमाणु सुरक्षा की स्थिति बेहद चुनौतीपूर्ण, IAEA की चेतावनी

अन्तरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के महानिदेशक रफ़ाएल ग्रोस्सी ने आगाह किया है कि यूक्रेन के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र में मौजूदा स्थिति गहरी चिन्ता का विषय है, जिसके मद्देनज़र, यूएन विशेषज्ञ वहाँ निरन्तर मौजूद रह करके परमाणु सुरक्षा व बचाव व्यवस्था की निगरानी में जुटे हैं.

UNRWA ने असुरक्षा, भीषण बमबारी के बीच अपने मानवीय सहायता कार्य जारी रखे हैं.
© UNRWA

ग़ाज़ा में हिंसक टकराव से UNRWA की क्षमता पर किस तरह असर हुआ है?

क़ाबिज़ फ़लस्तीनी इलाक़े मे रह रहे लोगों तक आपात सहायता पहुँचाने के साथ-साथ, फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए यूएन एजेंसी (UNRWA) कई अन्य प्रकार की अहम सेवाएँ भी प्रदान करती है. ग़ाज़ा पट्टी में पिछले एक वर्ष से जारी युद्ध के कारण, इन सेवाओं को ज़रूरतमन्द आबादी तक पहुँचाने के कार्य में बड़े पैमाने पर अवरोध पैदा हुए हैं.

ग़ाज़ा के कमाल अदवान अस्पताल को इसराइली सेना की भीषण बमबारी को झेलना पड़ा है.
© WHO

UNRWA के लिए 'स्याह घड़ी', इसराइली क़ानून लागू होने से रोकने की मांग

संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष फ़िलेमॉन यैंग ने कहा है कि लाखों फ़लस्तीनियों को भोजन, जल, संरक्षण समेत अन्य जीवनरक्षक सहायता प्रदान करने के लिए यूएन एजेंसी (UNRWA) की भूमिका बेहद अहम है. मगर, यदि इसराइल द्वारा नए क़ानूनों को लागू किया गया तो उसके लिए अपने दायित्व को पूरा कर पाना सम्भव नहीं होगा. संगठन के प्रमुख फ़िलिपे लज़ारिनी ने भी सदस्य देशों से आग्रह किया है कि इसराइली संसद के क़दम से UNRWA पर संकट है और इसलिए इन क़ानूनों को अमल में लाए जाने से रोकना होगा. 

लेबनान में एक युवती, यूनीसेफ़ द्वारा मुहैया कराई गई राहत आपूर्ति लेकर जा रही है.
© UNICEF/Fouad Choufany

लेबनान: हिंसक टकराव एक गम्भीर पड़ाव पर, अब तक तीन हज़ार मौतों की पुष्टि

संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायताकर्मियों ने बुधवार को बताया है कि लेबनान युद्ध में अब तक तीन हज़ार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, लाखों विस्थापित होने के लिए मजबूर हुए हैं. इसराइल द्वारा हवाई हमले जारी हैं और हिज़बुल्लाह लड़ाकों द्वारा इसराइल पर मिसाइल हमले किए जा रहे हैं.